जालंधर
प्रदेश सरकार द्वारा दूसरी बार ली गई शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में रविवार को जिले के 12 हजार भावी शिक्षक बैठे। नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों के अंदर जहां वीडियोग्राफी का इंतजाम था, वहीं परीक्षा केंद्रों के बाहर धारा 144 लगाई गई थी।
जिले में सुबह 8 परीक्षा केंद्रों व शाम को 23 परीक्षा केंद्रों पर टीईटी परीक्षा का आयोजन किया गया। डीईओ (सेकेंडरी) नीलम कुमारी ने बताया कि किसी भी परीक्षा केंद्र से अव्यवस्था या फिर नकल की सूचना नहीं मिली। नकल रोकने के लिए सुपरिंटेंडेंट, परीक्षा कंट्रोलर सहित अन्य स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई थी, वहीं शिक्षा विभाग मोहाली से भी 23 लोगों की टीम ने परीक्षा केंद्रों पर दबिश दी। उन्होंने बताया कि इस बार पहली बार सीनियर लेक्चरर डिप्टी कंट्रोलर के तौर पर तैनात किए गए थे, जबकि 450 इनविजीलेटर लगाए।
डीईओ ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर किसी तरह की अव्यवस्था व नकल को रोकने के लिए परीक्षा केंद्र पर वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
दो शिफ्टों में हुई परीक्षा
परीक्षा का आयोजन दो शिफ्टों में किया गया। पहली शिफ्ट में सुबह के सेशन में प्राइमरी स्तर के लिए सुबह10 बजे से 12.30 बजे तक व दूसरी शिफ्ट का पेपर मिडल के लिए 2 बजे से 4.30 बजे तक हुआ।
गर्मी व अव्यवस्था रही हावी
भावी शिक्षकों को जहां घंटों परीक्षा केंद्रों के बाहर खड़े हो गर्मी का सामना करना पड़ा, वहीं परीक्षा केंद्रों पर वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था न होने से केंद्रों के बाहर यातायात व्यवस्था प्रभावित रही
No comments:
Post a Comment